नीनी
एक प्यारा सा एहसास है नीनी
जीवन की हर
एक आस है नीनी
पान में गुलकंद की सी
मिठास है नीनी
तपती धूप में छाँव का एहसास है नीनी
जीवन की आपाधापी में खो से गए लम्हों की
एक नन्ही सी पड़ताल है नीनी
हमेशा जो सच है वो ख्वाब है
नीनी
जीवन के रंगों का
सतरंगी इन्द्रधनुष है
नीनी
पापा के पिट्टू पर कभी सो जाता था जो
मम्मा के कन्धों तक
की अब वो शाख है नीनी
चाँद से भी
रोशन तारों से
भी झिलमिल
सूरज से
भी आलोकित प्रकाश
है नीनी
बौर भरी अमराई
में कोयल की
मीठी कूक है
नीनी
मीठी बातों
का जादूगर नन्हा
सा मेरा दोस्त
है नीनी
ताजे गुड़ की
सी नरम मिठास
जैसे पारिजात
की खुशबू है आस पास
कल कल नदिया का
मद्धम सा राग
जीवन के
पूर्णत्व का एहसास
है नीनी
(नीनी की
नौंवी सालगिरह पर २२ अक्टूबर २०११)